भारत की प्रमुख फूड डिलीवरी कंपनी स्विग्गी (Swiggy) ने अपने आईपीओ के लिए मजबूत प्रतिक्रिया प्राप्त की है। कंपनी ने 5,085.02 करोड़ रुपये की एंकर बुक के माध्यम से निवेशकों से धन जुटाया है। यह आईपीओ सभी प्रकार के निवेशकों के लिए 6 नवंबर को खुलने जा रहा है। स्विग्गी का लक्ष्य अपने आईपीओ के जरिए 11,327.43 करोड़ रुपये जुटाना है, जो इस वर्ष हुंडई मोटर इंडिया के बाद सबसे बड़ा आईपीओ फंड जुटाने का प्रयास है।
आईपीओ का विवरण
स्विग्गी का आईपीओ ताजा शेयरों के इश्यू में 4,499 करोड़ रुपये और ऑफर-फॉर-सेल में 17.5 करोड़ शेयर शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत 6,828.43 करोड़ रुपये है। शेयर की प्राइस बैंड 371 से 390 रुपये प्रति शेयर है।
कंपनी ने मंगलवार को एक्सचेंजों को सूचित किया कि उसने एंकर निवेशकों के लिए 13,03,85,211 शेयरों का आवंटन किया है, जिसकी कीमत 390 रुपये प्रति शेयर है।
प्रमुख निवेशक और भागीदारी
स्विग्गी की एंकर बुक में कई प्रमुख वैश्विक निवेशकों ने भाग लिया, जिनमें न्यू वर्ल्ड फंड, फिडेलिटी, ब्लैकरॉक और सिटीग्रुप शामिल हैं। इसके अलावा, घरेलू संस्थागत निवेशकों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, कोटक महिंद्रा एएमसी, एसबीआई म्यूचुअल फंड, और एक्सिस म्यूचुअल फंड जैसे नाम शामिल हैं।
कंपनी के अनुसार, एंकर निवेशकों को आवंटित किए गए 13.03 करोड़ शेयरों में से 5.3 करोड़ शेयर 19 घरेलू म्यूचुअल फंडों को आवंटित किए गए हैं। इस प्रक्रिया में कई बीमा कंपनियों ने भी निवेश किया है।
फंड उपयोग की योजना
स्विग्गी ने बताया कि वह आईपीओ से जुटाए गए ताजा फंड का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए करेगी:
- ऋण चुकाने के लिए: 164.8 करोड़ रुपये
- डार्क स्टोर नेटवर्क के विस्तार के लिए: 1,178.7 करोड़ रुपये
- प्रौद्योगिकी और क्लाउड अवसंरचना में निवेश के लिए: 703.4 करोड़ रुपये
- ब्रांड मार्केटिंग और व्यावसायिक प्रचार के लिए: 1,115.3 करोड़ रुपये
प्रतिस्पर्धा और बाजार स्थिति
ज़ोमैटो, जो जुलाई 2021 से शेयर बाजार में सक्रिय है, स्विग्गी का एकमात्र प्रतिस्पर्धी है। स्विग्गी के शेयर 13 नवंबर से बीएसई और एनएसई पर खरीद और बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। बाजार में स्विग्गी के आईपीओ शेयरों की ग्रे मार्केट में 3-5 प्रतिशत प्रीमियम पर ट्रेडिंग हो रही है।
निष्कर्ष
स्विग्गी का आईपीओ भारतीय स्टार्टअप और फूड डिलीवरी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कंपनी का यह कदम न केवल उसे पूंजी जुटाने में मदद करेगा, बल्कि फूड डिलीवरी के क्षेत्र में उसके विस्तार की योजनाओं को भी आगे बढ़ाएगा। निवेशक 6 नवंबर से आईपीओ में भाग ले सकते हैं और 13 नवंबर से शेयरों का लेन-देन शुरू होगा।