Afcons Infrastructure IPO: क्या लिस्टिंग में होगा बड़ा झटका? जानें जीएमपी के संकेत!

0
Afcons Infrastructure IPO

Afcons Infrastructure IPO का खुलासा

IPO की तारीखें:
Afcons Infrastructure का IPO 25 अक्टूबर को खुला और 29 अक्टूबर को बंद हुआ। इसके बाद 30 अक्टूबर को आवेदकों को शेयरों का आवंटन किया गया।

सब्सक्रिप्शन का हाल:
हालांकि, इस IPO को कुल 2.77 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ, लेकिन पहले दो दिनों में इसका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। पहले दो दिनों में इस IPO का सब्सक्रिप्शन सिर्फ 0.36 गुना था, जो कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत नहीं है।

ग्रे मार्केट प्रीमियम का हाल

जीएमपी की स्थिति:
ग्रे मार्केट में Afcons Infrastructure के शेयरों का प्रीमियम वर्तमान में नेगेटिव चल रहा है। शनिवार, 2 नवंबर को रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के शेयरों का जीएमपी -3 दर्ज किया गया है। इसका अर्थ है कि शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों की संभावित लिस्टिंग डिस्काउंट पर हो सकती है।

निवेशकों की प्रतिक्रिया

फीका रिस्पॉन्स:
निवेशकों के फीके रिस्पॉन्स के चलते ग्रे मार्केट में भी Afcons Infrastructure के शेयरों के प्रति ज्यादा दिलचस्पी नहीं देखी जा रही है। इससे यह संकेत मिलता है कि निवेशक इस आईपीओ को लेकर संकोच में हैं।

वित्तीय स्थिति

आईपीओ से जुटाई गई राशि:
Afcons Infrastructure ने इस IPO के जरिए कुल 5,430 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें 1,250 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं, जबकि कंपनी के प्रमोटर्स ने 4,180 करोड़ रुपये के शेयर ओएफएस के माध्यम से जारी किए हैं। रिटेल निवेशकों के लिए इस IPO में न्यूनतम निवेश राशि 14,816 रुपये थी, जिसमें 32 शेयरों का एक लॉट दिया गया है।

निष्कर्ष

Afcons Infrastructure का आईपीओ निवेशकों के लिए एक मिश्रित संकेत के साथ आ रहा है। जहां एक ओर इसे ग्रे मार्केट में नेगेटिव प्रीमियम मिला है, वहीं इसकी लिस्टिंग से पहले निवेशकों की रुचि में कमी आई है। ऐसे में निवेशकों को इस आईपीओ में निवेश करने से पहले सभी पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here